भारत के प्रमुख विद्रोह
बंगाल एवं पूर्वी भारत के विद्रोह
सन्यासी विद्रोह तीर्थ यात्रा पर जाने के प्रतिबंध के कारण 1763 -1800 ईस्वी में सन्यासी विद्रोह हुआ | इस विद्रोह का उल्लेख बंकिम चंद्र चटर्जी ने अपने उपन्यास आनंदमठ में किया है |
Bharat ke Pramukh Vidroh- प्रमुख भारतीय विद्रोह भारतीय कब और कहाँ-Gk in Hindi
मुंडा विद्रोह- 1899 तथा 1900 ईसवी में छोटनागपुर जिले के मुंडा लोगों ने कंपनी की सेना के साथ संघर्ष किया |
संथाल विद्रोह- यह विद्रोह सिद्धू एवं कान्हू के नेतृत्व में भूमिकर अधिकारियों द्वारा किए जा दुर्व्यवहार एवं अत्याचार के विरुद्ध था |
कोल विद्रोह- योग विद्रोह 1820 से 1836 तक ईस्वी में हुआ यह विद्रोह रांची सिंह भूमि पलामू हजारीबाग के क्षेत्र में व्यापक रूप से हुआ |
अहोम विद्रोह- असम के होम कुलीन वर्ग के व्यक्तियों ने कंपनी पर बर्मा युद्ध के समय किए गए वादे से मुकर ने का आरोप लगाया और विद्रोह किया विद्रोह का नेतृत्व घूमर गोम ध र ने किया| यह विद्रोह 1828 ईस्वी में हुआ |
पश्चिमी भारत में विद्रोह
भील विद्रोह- भील जाति के लोग पश्चिमी तट पर खानदेश जिले में रहते थे| 1818 से 1831 ईसवी में कृषि संबंधित समस्याओं को लेकर सेवाराम के नेतृत्व में विद्रोह कर दिया |
सूरत का नमक आंदोलन
1844 ईसवी में सरकार ने जब नमक का दाम 50 पैसे से बढ़ाकर ₹1 किया तो सूरत के लोगों ने विद्रोह कर दिया |
रामोसी विद्रोह-
पश्चिमी घाट पर रहने वाली जाति ने 1822 में चित्र सिंह के नेतृत्व में अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह किया | अन्य विद्रोह में बहावी आंदोलन महत्वपूर्ण था यह आंदोलन 1830 इसमें से 1860 ईस्वी तक चला इस के प्रवर्तक रायबरेली के सैयद अहमद थे | सैयद अहमद इस्लाम धर्म में हुए सभी प्रकार के परिवर्तन और सुधारों के विरुद्ध थे 1776 से 77 में बंगाल के फकीरों का विद्रोह ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध था इस विद्रोह का नेतृत्व मजनून शाह तथा चिराग अली शाह ने किया था |
विद्रोह भारतीय कब और कहाँसैनिक विद्रोह-
1764 ईस्वी में बक्सर के युद्ध के बाद हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में एक सैनिक टुकड़ी विद्रोह कर दिया |
1806 ईसवी में बेलूर के सैनिकों ने विद्रोह कर दिया |
1825 ईस्वी में असम के तोपखाने में विद्रोह कर दिया |
विद्रोह के कारण-
राजनीतिक कारण-
डलहौजी की हड़प नीति एवं कुशासन के आरोप में भारतीय राजाओं को अंग्रेजी साम्राज्य के अधीन करने के कारण शासक वर्ग एवं जनता नाराज हो गई |
आर्थिक कारण-
ब्रिटिश व्यापार नीति भू राजस्व नीति और औद्योगिक नीति ने भारत को मात्र ब्रिटिश का आर्थिक उपनिवेश बना दिया |
सामाजिक धार्मिक-
ईसाई मिशनरी को प्रसार के लिए खुली छूट का देना सती प्रथा का अंत बाल हत्या तथा नर हत्या पर प्रतिबंध लगाया गया और विधवा पुनर्विवाह को प्रोत्साहन दिया गया |
सैनिक कारण-
जनरल सर्विस एक्ट पारित किया जिसके तहत सैनिकों के लिए समुद्र पार करना भी अनिवार्य बना दिया |
तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में गाय एवं सूअर की चर्बी युक्त कारतूस का प्रयोग किया जाना 29 मार्च 1857 को बैरकपुर छावनी में मंगल पांडे नामक एक सैनिक ने विद्रोह कर एक अंग्रेज की हत्या कर दी उन्हें दंड दिया गया | 10 मार्च 1857 को मेरठ में पचासी सैनिकों ने खुला विद्रोह कर दिया 11 मई को दिल्ली पहुंचे
1857 के विद्रोह की असफलता-
1857 के विद्रोह की असफलता के मुख्य कारण उनके बीच राष्ट्रीय एकता का अभाव कुशल रणनीति का ना होना था| 1857 के विद्रोह के परिणाम में जहां भारतीयों को अपनी स्वाधीनता का एक अस्त्र मिल गया | वहीं और ब्रिटिश सरकार में भी परिवर्तन हुआ | 1858 ईसवी में ब्रिटिश संसद ने एक कानून पारित किया ईस्ट इंडिया कंपनी को समाप्त कर दिया और भारत के शासन का पूरा अधिकार महारानी के हाथ में चला गया |
0 टिप्पणियाँ